बांग्लादेश में पिछले कुछ समय से बवाल मचा हुआ है. नतीजा ये हुआ कि देश में तख्तापलट हो गया है. शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद अब सवाल उठ रहा है कि हसीना के बाद देश का पीएम कौन होगा.
यूनुस और ग्रामीण बैंक को एक साथ माइक्रो क्रेडिट के माध्यम से नीचे से आर्थिक और सामाजिक विकास करने के उनके प्रयासों के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था. साल 2009 में उन्हें यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया गया था. 2010 में उन्हें कांग्रेसनल गोल्ड मेडल दिया गया. इसके साथ ही उन्हें कई और भी अवॉर्ड मिल चुके हैं.1961 से 1965 तक उन्होंने बांग्लादेश के चटगांव विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की. उन्होंने वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री हासिल की. बांग्लादेश में उन्होंने ग्रामीण बैंक की स्थापना की और माइक्रो ऋण कार्यक्रम भी शुरू किया था. साल 18 फरवरी 2007 को मोहम्मद यूनुस ने नागरिक शक्ति नाम से एक राजनीतिक पार्टी बनाई थी. मोहम्मद यूनुस को श्रम कानून के उल्लंघन के आरोप में बांग्लादेश की एक कोर्ट ने 6 महीने की सजा भी सुनाई थी.
ग्लासगो कैलेडोनियन विश्वविद्यालय के चांसलर रहे
2011 में उन्होंने सास्किया ब्रुइस्टेन, सोफी ईसेनमैन और हंस रीट्ज के साथ मिलकर यूनुस सोशल बिजनेस – ग्लोबल इनिशिएटिव्स की सह-स्थापना की. साल 2012 में उन्हें स्कॉटलैंड के ग्लासगो कैलेडोनियन विश्वविद्यालय का चांसलर बनाया गया. 2018 तक वह इस पद पर रहे. 1998 से 2021 तक उन्होंने संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन के निदेशक मंडल के सदस्य के तौर पर भी काम किया.