BREAKING : मध्यप्रदेश में बुधवार का दिन दर्दनाक खबर लेकर आया। यहां एक एक कर 7 लोग नदी में डूब गए। सगी बहनें, मामा-भांजा और मौसी-भांजी की डूबने से मौत हो गई। असामयिक मौतों से कई परिवारों में मातम पसर गया। नदी में डूबने से ये मौतें अलग अलग जगहों पर हुईं। सीहोर, खंडवा और खरगोन में ये वारदात हुई। सीहोर मामा-भांजे डूबे हैं जबकि ओंकारेश्वर में मौसी-भांजी के डूबने की सूचना है। खरगोन में दो सगी बहनों सहित कुल तीन बच्चियां डूब गईं।
सीहोर में अमलाहा के पास देहरी घाट पर पार्वती और अजनाल नदी के संगम में बुधवार सुबह एकाएक 5 लोग डूबने लगे। इनमें से 3 लोगों को बचा लिया गया लेकिन शेष 2 पानी में डूब गए। सुबह करीब 8 बजे 5 युवक पितृमोक्ष अमावस्या पर यहां आए और नदी की गहराई जाने से डूबने लगे। 3 युवकों को बचा लिया लेकिन कालापीपल के 30 साल के कृपाल मेवाड़ा और उनका भांजा 19 साल का बीरबल मेवाड़ा डूब गए। एक का शव मिला है जबकि दूसरे की तलाश जारी है। पुलिस और एनडीआरफ की टीम तलाश में जुटी है। विधायक घनश्याम चंद्रवंशी भी मौके पर पहुंचे।
इधर खंडवा के ओंकारेश्वर के बिल्लोरा पर मौसी भांजी डूब गईं। पितृमोक्ष अमावस्या पर खरगोन के मक्सी से आईं 40 साल की रेनुबाई पति संजय पाटीदार के साथ घाट पर स्नान कर रही थीं। रेनुबाई की बहन की बेटी लल्ली और अन्य रिश्तेदार भी यहां मौजूद थे। नहाने के दौरान रेनुबाई फिसलकर गहरे पानी में चली गई। मौसी को बचाने के लिए भांजी लल्ली ने भी नदी में छलांग लगा दी, लेकिन दोनों डूब गईं।
इससे पहले खरगोन की चोरल नदी में दो सगी बहनों सहित तीन बच्चियां डूब गईं थीं। कुंडिया गांव की मीनाक्षी, अंशिका और करिश्मा की डूबने से मौत हो गई। ये तीनों संझा माता विसर्जन के लिए गई थीं। मीनाक्षी और अंशिका सगी बहनें थीं। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और लोगों की मदद से बच्चियों को बाहर निकाला। अस्पताल में डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।