ROSE DAY: वैलेंटाइन डे का नाम सुनते ही सबसे पहले रोज डे का ख्याल आता है। यह प्यार के सप्ताह की शुरुआत का पहला दिन होता है, जिसमें प्रेमी जोड़े एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हुए लाल गुलाब भेंट करते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि प्यार जताने के लिए खासतौर पर लाल गुलाब ही क्यों चुना गया? जबकि इसके लिए चॉकलेट्स, ज्वेलरी और अन्य उपहार भी दिए जा सकते हैं। दरअसल, इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी छुपी हुई है।
आज हम इसी कहानी को जानेंगे और साथ ही यह भी समझेंगे कि:
– लाल गुलाब देने की परंपरा कैसे शुरू हुई?
– एक फूल और गुलदस्ता देने के पीछे क्या संदेश छुपा होता है?
– पार्टनर को गुलदस्ता देना बेहतर है या सिर्फ एक फूल?
गुलाब देने की परंपरा की शुरुआत
वैलेंटाइन डे पर गुलाब देने की परंपरा 17वीं सदी के अंत में शुरू हुई थी। स्वीडन के राजा चार्ल्स 12वें जब पर्शिया की यात्रा पर गए, तो उन्होंने वहां फूलों की भाषा के बारे में सीखा। इस भाषा के अनुसार, बिना कुछ बोले केवल फूलों के रंगों के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त की जा सकती थीं। यह अनूठा तरीका स्वीडन आया और धीरे-धीरे पूरे यूरोप में ट्रेंड बन गया।
फूलों के रंग और उनके अर्थ
हर रंग का फूल एक अलग संदेश देता है। लोग इन्हीं रंगों के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। आइए इसे विस्तार से समझते हैं:
पीला गुलाब
पीला गुलाब दोस्ती का प्रतीक माना जाता है। जब आप किसी दोस्त को पीला गुलाब देते हैं, तो यह दर्शाता है कि आप उसकी मित्रता को बहुत महत्व देते हैं।
गुलाबी गुलाब
गुलाबी गुलाब कृतज्ञता और सम्मान का प्रतीक होता है। अगर आप किसी दोस्त या प्रियजन को गुलाबी गुलाब देते हैं, तो इसका अर्थ होता है कि आप उनके प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं।