ग्वालियर। आपने सड़को पर रफ्तार भरते हुए यूं तो बहुत से दो और चार पहिया गाड़ियों को देखा होगा, लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ट्रेन का इंजन सड़क पर दौड़ता हुआ देखा गया है, जिसने भी इस तस्वीर को देखा, वह इसे देख बोलता रह गया OMG!
दरअसल यह वाक्या ग्वालियर शहर के फूलबाग चौराहे का है, जहां चौपाटी की ओर से फूलबाग की ओर ट्रेन का इंजन आता देखा गया। सुबह के वक्त जब लोग फूलबाग पर चाय की चुस्की और पोहा जलेबी का स्वाद ले रहे थे। उस वक्त रियासतकालीन लुकवाला एक रेल का इंजन सड़क पर दौड़ रहा था, जो भी यह तस्वीर देख रहा था, वह इसे देख हैरान था। लोगों के अंदर उठ रही उत्सुकता को वह रोक नहीं पाये और ट्रेन के इंजन को लोगो ने रुकवाया, फिर उसे करीब से देखा। तब उन्हें मालूम हुआ कि यह बैटरी से चलने वाली ट्रेन के इंजन की गाड़ी है।
पर्यटकों को अनोखा अनुभव मिलेगा
इंजन को निहार कर देखने वाले लोगों का कहना है कि यह रियासतकालीन लुक वाला इंजन ”बहुत आकर्षक है, इस तरह के डिजाइन वाले सवारी वाहन शहर में चलने चाहिए। जो इस रेल इंजन की तरह ही बैटरी से चलने वाले हों, इससे शहर के वायु प्रदूषण को भी राहत मिलेगी। साथ ही पर्यटकों को अनोखा अनुभव मिलेगा, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
सिंधिया रियासतकालीन इंजन का लुक
इंजन को सड़क पर दौड़ा रहे प्रेम सिंह का कहना है कि उन्होंने यह गाड़ी मेरठ से बनवाई है। ग्वालियर रियासतकालीन शहर है,यहां अंग्रेजों के समय रेलवे स्टेशन का निर्माण हुआ था और ट्रेन तत्कालीन सिंधिया रियासत के महाराज के महल तक जाती थी। इसी बात का ध्यान रखकर उन्होंने इसे डिजाइन करवाते वक्त विरासत को दिखाने का फैसला किया और आधुनिक इंजन लुक की जगह सिंधिया रियासतकालीन इंजन का लुक बनवाया। ग्वालियर व्यापार मेले में अब वह इसे बच्चों के मनोरंजन के लिए चलाने का अपना काम करते है। इस खास तस्वीर के बाद शायद अब आप भी यह कहना और सोचना बंद कर देंगे की सड़क पर सिर्फ गाड़ियां ही नहीं रेल के इंजन भी फर्राटे भरकर चल सकते हैं।