सागर। Sagar Crime : पुलिस कंट्रोल रूम के सामने नेपाल पैलेस इलाके में मां व उसकी दो बेटियों की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है, मृतिका के देवर ने ही भाभी व दोनों भतीजियों की हत्या की थी। विवाद की वजह आरोपी की गलत आदतें और उनसे किया गया कर्ज है। आरोपी प्रवेश पटेल को पिता की मौत पर पीडब्ल्यूडी में अनुकंपा नौकरी मिली थी। वह दमोह में क्लर्क है।
प्रभारी पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजीव उईके ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी मंगलवार को दमोह से सागर आया था उसको रूपयो की जरूरत थी तो उसने अपनी दोपहिया गाड़ी गिरवी रखी थी उसके बाद शाम 4 से 5 बजे के दरम्यान वह नेपाल पैलेस कालोनी स्थित भाई के घर पहुंचा और भाभी वंदना से पैसों को लेकर उसका विवाद हो गया। इसी विवाद मैं दोनों के बीच काफी देर तक संघर्ष चला। इसी दौरान आरोपी ने किचिन मैं रखे हंसिए से भाभी के गले, पीठ, पेट पर 7 वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई। भाभी से झड़प के दौरान बड़ी भतीजी 8वर्षीय अवंती बीच में आई तो आरोपी ने उसकी भी हत्या कर दी इसके बाद कमरे में जाकर इस हत्यारे ने छोटी भतीजी 3 वर्षीय अन्विका की भी हत्या कर दी।
हत्या के बाद खून से सने कपड़े छिपाए और अलमारी से निकाली जेवरात नकदी
इस नृशंस वारदात को अंजाम देकर आरोपी ने खून से सने कपड़ो को छुपाया वारदात में प्रयुक्त हंसिए को बाथरूम में रखी बाल्टी में डाल दिया भाभी की अलमारी खोल उसमे से जेवरात और लगभग 10 हजार रुपए नकद उठाए और अलमारी में रखे भाई के कपड़े पहन बाहर आया और यहां से वापिस दमोह चला गया। आरोपी ने लूटे गए जेवरात अपने एक दोस्त जिसका नाम प्रकाश पटेल है उसकी मदद से बेच दिए तथा गिरवी रखे अपने दोपहिया वाहन को छुड़ाया। एक किराएदार ने शव देख पति विशेष को सूचना दी। जब पति रात में घर पहुंचा तब वारदात का पता चला।
शादीशुदा है आरोपी
आरोपी प्रवेश की शादी हो गई है, लेकिन बच्चे नहीं है। मृतिका के भाई चिराग पटेल ने बताया कि देवर प्रवेश की हरकतों के कारण जीजा और दीदी परेशान थे। तथा उनमें आए दिन बाद विवाद होता रहता था
भाई ने 10 लाख का कर्ज चुकाया, और पैसे मांग रहा था….
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार,आरोपी प्रवेश जुआ-सट्टा का आदी है। आरोपी ऑन लाइन सट्टा खेलने का शौकीन है, उस पर 10 लाख का कर्ज था। जिसको बड़े भाई ने चुकाया था और इसी को लेकर घर में विवाद होता रहता था। बताया जा रहा है किसाल 2020 में पीडब्ल्यूडी में पदस्थ पिता की मौत पर आश्रित परिवार को 25 लाख रुपए मिले थे। इसी राशि में से बड़े भाई विशेष ने प्रवेश का 10 लाख रुपए का कर्ज चुका दिया था। प्रवेश भाई से और पैसे मांग रहा था। जिस पर परिवार में विवाद की स्थिति बन गई थी। आरोपी प्रवेश अपनी मां के जरिये भाई से और पैसे मांग रहा था। कई बार सास-बहू में भी इसी बात पर झगड़ा होता था। मंगलवार को दोपहर में प्रवेश अपने भाई विशेष के घर पहुंचा उस समय विशेष जिला अस्पताल में नौकरी पर था। वंदना व दोनों बेटियां घर में थीं। प्रवेश का भाभी से विवाद हुआ और उसने एक के बाद एक तीनों की हत्या कर दी।
पड़ोसी और किराएदारों को चीख पुकार सुनाई दी होगी लेकिन कोई भी पुलिस को बताने से बचता रहा। इस जघन्य वारदात को अंजाम देकर प्रवेश दोपहिया वाहन से दमोह पहुंचा तथा वहां से अपनी ससुराल ग्राम सरखड़ी चला गया था वही से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।
अगर किरायेदार ध्यान देते तो बच सकती थी जाने
पुलिस के खुलासे के अनुसार इस जघन्य वारदात को आरोपी ने शाम 5 बजे के लगभग अंजाम दिया था जबकि मृतका का पति रात्रि 10.30 मिनिट पर अपने घर पहुंचा अगर घटना के समय ही घर में हो रखी चीख पुकार सुनकर कोई किरायेदार वहां पहुंच जाता और अगर वक्त पर मृतकों को इलाज मिल जाता तो शायद वह बच सकते थे।