26 जुलाई को हर साल मनाया जाने वाला कारगिल दिवस 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में मनाया जाता है. इस साल इसकी 25वीं वर्षगांठ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर लद्दाख के द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर जाकर शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि दी.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कुछ लोग ये भ्रम भी फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लेकर आई. मैं ऐसे लोगों से पूछना चाहता हूं, आज की भर्तियों के लिए पेंशन का प्रश्न तो 30 साल बाद उठेगा. सरकार आज क्यों उसके लिए फैसला लेती? उसे तबकी सरकारों के लिए छोड़ती. लेकिन, हमने सेनाओं द्वारा लिए गए इस फैसले का सम्मान किया है क्योंकि हमारे लिए राजनीति नहीं, देश की सुरक्षा सर्वोपरि है.
धरती का स्वर्ग शांति और सद्भाव की ओर तेजी से बढ़ रहा है- PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा, “चाहे लद्दाख हो या जम्मू-कश्मीर, भारत विकास की राह में आने वाली हर चुनौती को परास्त करेगा. कुछ ही दिनों में, 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को खत्म हुए 5 साल हो जाएंगे. जम्मू-कश्मीर नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है… बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है. दशकों बाद कश्मीर में कोई सिनेमा हॉल खुला है. साढ़े 3 दशक बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया जुलूस निकाला गया है. धरती का स्वर्ग शांति और सद्भाव की ओर तेजी से बढ़ रहा है.”द्रास में पीएम मोदी ने कहा, ‘वह (पाकिस्तान) आतंकवाद और छद्म युद्ध का सहारा लेकर खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. भारत उस समय शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहा था, बदले में पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना अविश्वसनीय चेहरा दिखाया. हालांकि, झूठ और आतंक की सच्चाई ने हार मान ली. पाकिस्तान ने जब भी कुछ नापाक कोशिश की, उसे पहले भी मुंहतोड़ जवाब मिला है. हालांकि, पाकिस्तान ने खुद से कोई सबक नहीं लिया है. वह आतंकवाद और छद्म युद्ध का सहारा लेकर खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रहा है.’
राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर हैं- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “आज लद्दाख की यह महान भूमि कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ की गवाह बन रही है. कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर हैं…”