इमरान खान. ग्वालियर। प्रशासन के कुंभकरणीय नींद में सो जाने एवं माइनिग विभाग, पुलिस की अनदेखी के कारण डबरा, भितरवार अनुभाग में खनन माफिया की सक्रियता बढ़ गई है, जो क्षेत्र की जीवनदायनी सिंध पार्वती नदी से अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर कर गेट पास देकर रॉयल्टी वसूल रहे हैं, डबरा भितरवार थाना क्षेत्र में जगह-जगह अवैध खनन माफियाओं ने अवैध नाके लगा दिए हैं और जबरन वसूल रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा को खंड स्तरीय अधिकारी हवा में उड़ा रहे हैं, वहीं बारिश शुरू होने से पहले अंचल में अवैध उत्खनन गति पकड़ा गया है, खनन माफिया बारिश शुरू होने से पहले डंप लगाने में जुट गए हैं।
डबरा भितरवार अनुभाग में पार्वती, सिंध नदी के सीने को चीर कर पर्यावरण को घता बताकर रेत निकाली जा रही है। माफियाओं ने भितरवार डबरा की डंपिंग जोन रेत डंप करना शुरू कर दिया है। सिंध पार्वती नदी को रोज छलनी छलनी किया जा रहा है। बरसातों में रेत के दाम बढ़ेंगे तो माफिया रेत की कालाबाजारी करेंगे, इसलिए अवैध रेत खनन में और तेजी आ गई है। जिले के एसपी कलेक्टर को पूरी जानकारी है। लेकिन अधिकारी मौन बनाए हुए हैं, इललीगल मीनिंग के काले कारोबार में व्हाइट कॉलर लोगों के शामिल होने से अवैध खनन नहीं रुक पा रहा है। सोशल मीडिया पर पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देने वाले पर्यावरण के लिए उपयोगी माफियाओं से सिंध, पार्वती नदी को नहीं बचा पा रहे हैं। इससे डबरा भितरवार प्रशासन पुलिस प्रशासन भी सवालों के घेरे में खड़े होते नजर आ रहे हैं
नदी में पनडुब्बी डालकर उत्खनन थाने के सामने से परिवहन
मध्य प्रदेश में सी एम के आदेशों को दरकिनार कर खुलेआम सिंध , पार्वती नदी का सीना चीर कर रेत चोरी की जा रही है। डबरा भितरवार क्षेत्र में लुहारी, पवाया, सिला पलायछा, बीजकपुर, भेसुनारी, बसई, मोहनगढ़, रेत की अवैध खदानों पर खुलेआम बड़े पैमाने पर उत्खनन किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि प्रशासनिक अधिकारियों को इस बात की खबर नहीं है कि, ऐसा पुलिस और प्रशासन की मिली भगत से ही संभव हो रहा है। पुलिस और प्रशासन की मिली भगत से रेत माफिया रेत का अवैध उत्खनन करते हैं और पुलिस और प्रशासन की आंखों के सामने ट्रैक्टर ट्राली डंपर में रेत भरकर मनमानी कीमतों में बाजार में बेच रहे हैं। रेत कारोबार से माफिया शासन प्रशासन को करोड़ों रुपए की चपत लगा रहे हैं। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता, सूत्रों की माने तो रेत की अवैध उत्खनन में बड़े-बड़े नेताओं के सहयोग से माफिया अवैध कारोबार में दिन दूनी रात चौगुनी कमाई कर रहे हैं। सिंध पार्वती नदी के अस्तित्व को खतरे में डाल रहे है। जिले में बैठे खनिज विभाग के अफसर व पुलिस प्रशासन इसे रोक पाने में असफल साबित हो रहे है। अवैध खनन का धंधा जमकर फल फूल रहा है। सड़कों पर जीवनदायनी सिंध पार्वती नदी से खनन करके लाई गई रेत की सप्लाई बड़ी मात्रा में मनमाने दामों में की जा रही है। मुख्यमंत्री के कड़े निर्देशों के बाद भी ग्वालियर का प्रशासन इन माफियाओं पर कार्रवाई करने से डरता है या फिर यूं कहे की बड़े-बड़े नेताओं का माफियाओं पर हाथ होने की वजह से शासन प्रशासन खुलकर कार्रवाई नहीं कर पाता है।