MP NEWS : ग्वालियर. इमरान खान. ग्वालियर पुलिस महकमे में इन दिनों खलबली मची हुई है, खलबली मचे भी क्यों ना, यूं तो पुलिस महकमे के कारिंदों पर कई आरोप लगते रहते है, पर इस बार यह आरोप ग्वालियर पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह पर लग रहे है, बीते चार दिनों में व्यापम व्हिस्ल ब्लोवर आशीष चतुर्वेदी ने अलग अलग ट्वीट करके काफी सारे दावे किए है और यह दावे इतने संगीन है कि उन्होंने ग्वालियर पुलिस पर सेक्सटॉर्शन वा लाखों की घूस लेने जैसे संगीन अपराध की बात भी ट्वीट के माध्यम से कही है।
वही दूसरी तरफ ग्वालियर पुलिस आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ उनके सुरक्षा गार्डों द्वारा दिए गए शिकायती आवेदनों की जांच में जुटी हुई है। आशीष पर अपने सुरक्षा गार्ड देवेंद्र सिंह को सुसाइड के लिए मजबूर करने का आरोप भी लगा है।
क्या है पूरा मामला?
ग्वालियर पुलिस वा व्यापम व्हिस्ल ब्लोवर आशीष चतुर्वेदी के बीच आरोपों की जंग तेज है, जहां व्यापम व्हिस्ल ब्लोवर आशीष चतुर्वेदी पर सुरक्षा गार्डों से अभद्र व्यवहार वा अपने सुरक्षा गार्ड को सुसाइड के लिए मजबूर करने का आरोप लग रहा है।
वही आशीष चतुर्वेदी का दावा है कि उनके द्वारा ग्वालियर पुलिस द्वारा किए गए भ्रष्टाचार वा गलत गतिविधियों की जो शिकायत की जा रही है उस मामले को दबाने के लिए ग्वालियर पुलिस उन्हें सुरक्षा गार्डों से संबंधित झूठे मामलों में उलझाने की कोशिश में लगी हुई है,
यहां गौर करने वाली बात यह है कि ग्वालियर एसपी द्वारा आशीष की सुरक्षा में तैनात गार्डों को किसने बढ़ाया वा 10 साल में कैसे 600 गार्डों को बदलना पड़ा यह जांच कराने के लिए विभाग को लिख चुके है, वही आशीष चतुर्वेदी एक मामले को लेकर लंबे समय से यूनिवर्सिटी सीएसपी हिना खान के खिलाफ कार्यवाही की मांग कर रहे है, जो इस पूरे विवाद की मुख्य जड़ बनकर सामने आ रहा है
क्या है सीएसपी हिना खान का मामला?
दरअसल ग्वालियर के यूनिवर्सिटी थाना में इंदौर के एक व्यापारी साबिर के ऊपर एफआईआर दर्ज की गई यह एफआईआर ग्वालियर निवासी कबाड़ा कारोबारी नागवानी द्वारा दर्ज कराई गई थी, इस मामले में साबिर द्वारा लीगल कंसल्टेंसी के लिए आशीष चतुर्वेदी को वकील के तौर पर पेश किया गया, इस मामले में जब कार्यवाही आगे बढ़ी तो आशीष चतुर्वेदी को कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग्स प्राप्त हुई जिनको लेकर कई दावे वो फिलहाल करते नजर आ रहे है
रिकॉर्डिंग्स में बड़ी रकम की वसूली का दावा!
इन रिकॉर्डिंग्स में सीएसपी हिना खान द्वारा इंदौर के व्यापारी से लाखों रुपए की घूस लेने का दावा किया जा रहा है। जिसको लेकर कई महीनों से आशीष चतुर्वेदी ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह को शिकायती आवेदन दे रहे है, यह जानकारी उन्होंने ट्वीट के माध्यम से भी साझा की है, जिसमें उन्होंने हिना खान पर कार्यवाही ना करने का कारण पूछा है।
ग्वालियर एसपी पर हत्या, हत्या के प्रयास के मामले की जांच की बात
एक ट्वीट में आशीष चतुर्वेदी द्वारा यह लिखा गया है कि क्या ग्वालियर एसपी हत्या या हत्या के प्रयास के आरोपी है? उन्होंने इस मामले की डीजीपी से जांच करने की बात भी कही है
फिलहाल इन संगीन आरोपों और ट्वीटों के बाद ग्वालियर पुलिस वा आशीष चतुर्वेदी के बीच जंग तेज है, जहां हर बीतते दिन के साथ नए दावे सामने आ रहे है, लेकिन इन सब दावों के बीच फसा है तो एक आम आदमी जो कि अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस की तरफ देखता है वही जब सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार करता है तो समाज को आशीष चतुर्वेदी जैसे लोगों की जरूरत महसूस होती है जो कि सरकारी तंत्र द्वारा आम लोगों के अधिकारों के हनन को रोकते है, फिलहाल दोनों ही तरफ आरोप लगते नजर आ रहे है, पर पुलिस कप्तान और उनके अधीनस्थ अधिकारियों पर लग रहे गंभीर आरोप एक आम जनमानस के लिए चौंकाने वाले है , इस मामले में आगे की सामने आता है देखने का विषय है।
आशीष चतुर्वेदी पर हुआ मामला दर्ज
ग्वालियर में एसएएफ जवानों से गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देने की शिकायत पर पुलिस ने आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले भी एसएएफ में कई जवानों ने आरटीआई कार्यकर्ता के खिलाफ शिकायतें की थी। पुलिस ने अब जवान की शिकायत पर इस मामले मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं।
दरअसल ग्वालियर के न्यू आवासीय परिसर 13 बटालियन में रहने वाले रामू सिंह कुशवाह जोकि भिण्ड जिले के रहने वाले हैं और ग्वालियर एसएएफ में पदस्थ हैं। रामू कुशवाहा ने पुलिस को शिकायत कर बताया कि साल 2022 में उनकी ड्यूटी आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी की सुरक्षा में लगाई थी। उनके साथ ही एएसआई सर्वेश शर्मा,आरक्षक नंदकिशोर बोहरे, और योगेन्द्र सिंह भी पीएसओ के रूप तैनात थे। इसी दौरान आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी उनका सार्वजनिक अपमान कर गाली गलौज करते थे। जानकारी के अनुसार रामू कुशवाह एवं उसके साथी चार से पांच माह आरटीआई कार्यकर्ता की सुरक्षा में तैनात थे इस दौरान आरटीआई कार्यकर्ता उनसे घरेलू काम करते थे और ना करने पर अपमानित किया करते थे जिससे वह प्रताडि़त रहे और उनकी सामाजिक छवि धूमिल हुई है। इतना ही नही यदि बाइक में पेट्रोल नहीं होता था तो पेट्रोल भरवाने की बोलने पर आरटीआई कार्यकर्ता ने उन्हें पेट्रोल डालकर जिन्दा जलाने की धमकी दी थी, उनकी ड्यूटी आशीष चतुर्वेदी की सुरक्षा की थी, लेकिन वह उन्हें जबरन परिजनों के साथ भेजता था और उसके परिजन भी उनको अपमानित करते थे। जिसकी शिकायत उन्होंने पहले अफसरों से भी की थी लेकिन उनकी ड्यूटी पुलिस मुख्यालय से लगई गई थी इसलिए शिकायत के बाद भी उनकी ड्यूटी आशीष की सुरक्षा में ही रही, साथ ही उसे लगातार उसकी नौकरी खाने और वर्दी उतरवाने की धमकी दिया करते थे। दो दिन पहले इस घटना के ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लिया जिसके बाद एसएएफ जवानों की शिकायत पर आईटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ धारा 506, 294,353 के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

