BIG NEWS : इमरान खान. ग्वालियर। भले ही प्रदेश सरकार गौ संरक्षण के दावे करती हो लेकिन धरातल पर गौवंश की स्थिति बिल्कुल विपरीत है। शासन द्वारा नगर एवं गांवों बनवाई गईं गौशालाओं में भूख से तड़पकर गौवंश दम तोड रहा है। जिसका ताजा उदाहरण बडेरा भारस पंचायत के जुझारपुर गांव की गौशाला का सामने आया है। जहां भूख से तड़प कर कई गाय,बछड़ों मौत हो गई। इस दुखद मामले को छुपाने के लिए गौशाला के जिम्मेदारों ने मृत गौवंश को दफना दिया। जिसका वीडियो सोसल मीडिया पर भी चला। वहीं इस मामले को लेकर पूछने पर गौशाला संचालक ने उक्त वीडियो को डेढ़ साल पुराना बताया। जानकारी के अनुसार विकासखंड के अंतर्गत आने बाली ग्राम पंचायत बडेरा भारस के गांव जुझारपुर में बनी गौशाला में भूख से तड़प कर कई गौवंश ने दम तोड दिया। इस मामले को छुपाने के लिए गौशाला के संचालक ने मृत हुए गाय बछड़े को गड्ढा कर दफना दिया। जिसका वीडियो शुक्रवार को सोसल मीडिया पर खूब चला। जिसे देख लोगों में हड़कंप मच गया। वहीं वीडियो में दफनाए गए गौवंश को देख लोगों ने शासन प्रशासन के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। वहीं बताते हैं। कि प्रशासन ने इस गौशाला के संचालन में बहुत बड़ी लापरवाही बरती है। जिससे भूख से गाय,बछड़ों की मौत हो गई। बताया जाता है। कि गौशाला में गौवंश के लिए कई दिनों से आहार की उचित व्यवस्था नहीं थी। सूत्र बताते हैं कि विभिन्न पंचायतों में बनी गौशालाओं में भी गौवंश के ऐसे ही हालात हैं। जहां भी प्रशासन का कोई ध्यान नहीं हैं।
संचालक ने मृत गौवंश का उक्त वीडियो डेढ़ साल पुराना बताया
जुझारपुर की गौशाला का संचालन हरिशरण दास महाराज द्वारा किया जा रहा है। प्रशासन के निर्देशन में गौशाला संचालित कर रहे हरिशरण दास ने इस मामले में पूछने पर बताया कि गौवंश के मृत का जो वीडियो सोसल मीडिया पर चल रहा है। वह डेढ़ साल पुराना है। जिसे गांव के किसी व्यक्ति ने वायरल कर दिया। उन्होंने बताया कि गांव के एक व्यक्ति की भैंस खत्म हो गई थी। जिसे वह गौशाला के बाहर फेंक गया। जिसका विरोध करने पर उक्त व्यक्ति ने डेढ़ साल पुराना वीडियो सोसल मीडिया पर वायरल करा दिया।
तीन साल से खुद खिला रहा हूं,आवेदन देने के बाद आज तक खर्चा नहीं मिला
भूख से मृत गौवंश के मामले में संचालक हरिशरण ने बताया कि उक्त गौशाला का संचालन तीन साल से अपने खर्चे पर कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि गौशाला में रह रहे गौवंश के लिए तीन साल से चारे की व्यवस्था अपने पैसों से की है। चारे का खर्चा मनरेगा बजट से मिलता है। उक्त खर्चा आज तक नहीं मिला। जिला पंचायत में कई बार आवेदन दिया। लेकिन गौवंश के खर्चे की राशि नहीं दी गई।
जनपद सीईओ ने कहा मुझे नहीं पता कौन संचालित कर रहा है गौशाला
जुझारपुर गौशाला में भूख से मौत का शिकार हुए गौवंश को लेकर जनपद सीईओ एल एन पिप्पल से पूछा तो उन्होंने बताया कि उक्त गौशाला कौन संचालित कर रहा है। इसकी मुझे जानकारी नहीं हैं। उन्होंने बताया कि शायद कोई बाबा गौशाला का संचालन कर रहा है। इस मामले में वही बता पाएंगे।
क्या कहते हैं अधिकारी
उक्त मामला आपके द्वारा मेरे संज्ञान में आया है मेने तत्काल पूरे मामले को संज्ञान में लिया और भितरवार एसडीएम को निर्देशित किया पूरे मामले की जांच कर पता करें किस तरीके से गोवंश की मौतें हुई है कब की वीडियो है मामले की जांच उपरांत ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।